लैला – मुंशी प्रेमचंद ( Laila – Munshi Premchand) – Part 2

लैला – मुंशी प्रेमचंद ( Laila – Munshi Premchand) Part 2 6 सहसा राज-भवन के द्वार पर शोर मचने लगा। एक क्षण में मालूम हुआ कि जनता का टिड्डी दल, अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित, राजद्वार पर खड़ा दीवारों को तोड़ने की कोशिश कर रहा है। प्रतिक्षण शोर बढ़ता जाता था और ऐसी आशंका होती थी कि … Continue reading लैला – मुंशी प्रेमचंद ( Laila – Munshi Premchand) – Part 2